नमस्कार! 🙏 दोस्तों,
मेरा नाम Nitish Singhania है।
मैं आप लोगों के बीच एक नई कहानी लेकर आया हूं। आप लोगों ने मेरा पिछला कहानी Internet वाला Love. को जरूर ही पढ़ा होगा उम्मीद है की यह कहानी आपको और भी अच्छी लगेगी।
दोस्तों हम सब अपने जिंदगी में कभी ना कभी कोई ना कोई परीक्षा जरूर दिया होंगे या कुछ लोगों का परीक्षा होने वाला होगा। वैसे कहे तो परीक्षा कुछ है नहीं या परीक्षा ही सब कुछ है।
किसी महान व्यक्ति ने कहा है कि परीक्षा एक पड़ाव है जिसे पार करके हमें अपने जिंदगी में आगे बढ़ना होता है। परीक्षा के परिणाम यह तय नहीं करता कि हम जिंदगी में क्या कर सकते है, हमें अपने जिंदगी में वही हासिल होता है जो हम करते हैं।
हम इंसानों को हर दिन जिंदगी में कई परीक्षा से गुजरना पड़ता है!
दोस्तों, मैं इस कहानी में एक विद्यार्थी की वार्षिक परीक्षा के ठीक पहले की रात के बारे में चर्चा करने वाला हूं।
जब किसी विद्यार्थी को यह ज्ञात होता है कि कल से मेरा परीक्षा शुरू होने वाला है। उस विद्यार्थी के मन में एक अजब सी हलचल बनी रहती है कि कल का दिन कैसा होगा। मालूम है कि कल पूरे एक साल की मेहनत का परिणाम दिखाने का वक्त आ गया है। कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं जिन्हें इस बातें कोई चिंता नहीं कि कल क्या होने वाला है ये तो वही जानते हैं कि वो ऐसा क्यों करते हैं।
कुछ विद्यार्थी यह सोचते हैं कि आज कुछ ऐसी चीज पढ़ लो जो कल परीक्षा में आ जा सके, और कुछ विद्यार्थी यह सोचते हैं कि जब एक साल में कुछ ना पढ़ा तो एक दिन में क्या पढ़ लेंगे। वैसे उनका भी कहना सही होता है। अब ये विद्यार्थी ऐसा क्यों कहते हैं ये तो वही बता सकते हैं।
"वैसे आप इसके बारे में क्या कहेंगे यह बात कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताइएगा।"
परीक्षा की आखिरी रात एक विद्यार्थी के लिए उस इंसान के जैसा होता है जिसे कल फांसी देना हो। दोनों को यह बात पता होता है कि अब तक जो करना था वह कर चुके अब कल सुबह चढ़ाई पर चढ़ना है। फर्क सिर्फ इतना है कि विद्यार्थी को एक के बाद फिर दूसरे परीक्षा देने का मौका मिलता है।
परीक्षा की आखिरी रात हर विद्यार्थी अपने आप को उस प्रकार तैयार करते हैं जैसे कोई सैनिक युद्ध लड़ने के लिए अपने आपको तैयार करता है। सैनिक जिस प्रकार अपने हथियार को रणभूमि में युद्ध लड़ने के लिए तैयार करते हैं उसी प्रकार एक विद्यार्थी कल की परीक्षा देने के लिए अपने सारे उपकरण को तैयार करता है।
विद्यार्थी चाहे कोई भी हो कैसा भी हो सब यही चाहता है कि भगवान की दया से कल हम किसी तरह परीक्षा हॉल में सही सलामत पहुंच जाए, वरना अगर अभी से सुबह में तक कोई घटना मेरे साथ हो गई तो हम इस परीक्षा को देने से वंचित हो सकते हैं।
उस रात विद्यार्थी भोजन भी इस प्रकार ही करता है कि कल किसी प्रकार की समस्या पेट के साथ खड़ी ना हो पाए वरना क्या होगा जो आप समझ सकते हैं।
परीक्षा के आखिरी रात में कुछ विद्यार्थी देर रात तक जाग के पढ़ाई करते हैं और कुछ सब कुछ त्याग कर अच्छी नींद लेते हैं ताकि कल परीक्षा देते समय जरा सा भी थकान महसूस ना हो और नींद ना आए, वरना परीक्षा में बाधा हो सकती हैं।
सच कहूं तो दोस्त परीक्षा की आखिरी रात हर विद्यार्थी के जीवन का बहुत ही महत्वपूर्ण रात होता है। हर विद्यार्थी इस रात को अच्छे से देखना और जीना चाहता है क्योंकि यह रात बार-बार नहीं आता है।
इसके साथ ही दोस्तों मैं इस कहानी को समाप्त करना चाहता हूं उम्मीद है कि आपको एक कहानी पसंद आई होगी!!
आपको यह कहानी कैसी लगी हमें "कमेंट बॉक्स में जरुर बताइएगा और अगर आप कोई सुझाव देना चाहते हैं यह भी हमें कमेंट बॉक्स में लिख कर बताइएगा"!
धन्यवाद!!🙏🙏